शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

सम – विषम


सम – विषम



प्रदूषण से घबराए महानगरों में अचानक से एक नयी चेतना का संचार हो गया है।  इसका श्रेय हम दिल्लीवासियों को प्राप्त हुआ है। 



नए साल 2016 के पहले ही दिन एक जनवरी को राजधानी दिल्ली में सम – विषम के आधार पर परिवहन की एक नयी व्यवस्था का ट्रायल शुरू हो गया है। आखिरी नंबर की तारीख के साथ समता – विषमता के आधार पर वाहनों को सड़क पर चलने की अनुमति अथवा निषेधाज्ञा होगी। एफ एम रेडियो, अखबारें, न्यूज़ चैनल सभी ज्ञान बांटने में लगे हुए हैं। ट्विटर पर अलग-अलग संस्थानों के हैशटैग ट्रेंड हो रहे हैं। कोई साइकल पर, कोई मोटर साइकल पर तो कोई कारपूल से अपने गंतव्य स्थान पर जा रहा है। सेल्फी ली जा रही हैं और भेजी-दिखाई जा रही हैं।  एक तरह का जूनून-सा हो गया है।



सुबह से ही मन कभी सम हो रहा है तो कभी विषम। स्वयं को कितना गौरवान्वित महसूस कर रहा होगा वह व्यक्ति जिसका सम – विषम नियम के तहत पहला चालान कटा होगा।  उसे अधिकार है अपने स्टेटस को अपडेट करने का।  वह देश का पहला व्यक्ति है जिसे कानून या नियम तोड़ने पर भी हमारे मीडिया ने इतनी उत्सुकता से कवर किया होगा। 



संविधान में प्राप्त समता के अधिकार से मन को बहुत सहारा मिलता है।  जीवन के हर क्षेत्र में लगता है कि आप हर पूंजीपति, प्रभावशाली, राजनीतिज्ञ के समकक्ष हैं, सम हैं। यह बात अलग है कि नयी दिल्ली, पुरानी दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली, दक्षिणी दिल्ली और उत्तरी दिल्ली की सड़कें तक विषमता के अन्याय का उदाहरण हैं।  आप अपने क्षेत्र की सड़कों और राजपथ, जनपथ आदि क्षेत्रों की सड़कों को एक बार देख लें तो पता चलेगा कि प्रदूषण का वास्तविक कारण तो हमारे हिस्से की वह दिल्ली है जो धूल-धूसरित है। हम तो पैदल भी चलें तो प्रदूषण बढ़ जाता है।  अपने सभी टैक्स और सैस (उपकर) जिनमें रोड टैक्स, स्वच्छ भारत उपकर आदि शामिल हैं, देने के बावजूद आप कौन से दर्जे के नागरिक हैं, यह बताने की आवश्यकता नहीं है।



मैं घबरा गया हूँ। सोचता हूँ कि स्वयं को सम – विषम के पूर्णतया अनुकूल कर लूँ, ढाल लूँ। सम तारीख को केवल उन मित्रों से बात करूंगा जिनके मोबाइल का अंतिम अंक सम होगा, यही नियम विषम अंक वाले मित्रों पर भी लागू होगा। रविवार को सभी मित्रों से बात हो सकती है।  अगर अब मैं आपकी कॉल न उठाऊँ तो बुरा न मानिएगा।  आप चाहें तो दो सिम रख सकते हैं। कॉल ड्रॉप से बच गए तो बात हो ही जाएगी।       



लीप वर्ष 2016 की शुभकामनाओं के साथ सभी सम-विषम जन्म-तिथि वाले मित्रों और पाठकों को जीवन में समता, संपन्नता और सफलता मिले।

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